तुम्हारे लिए भी तो किया होगा मीलों का सफर किसीने
उसकी हंसी, उसकी आंखें, उसका लहजा, उसकी बातें
कब तक उसकी यादें बेचोगे
तुम्हारा भी तो होगा कोई मोल शायरतुम्हारी हंसी पे भी तो कई दिल धड़कते होंगे
तुम्हारी सुर्ख आँखों से भी तो खफ़ा रहता होगा कोई
तुम्हारे लहजे की दिलकशी के भी तो कहीं चर्चे होंगे
तुम्हारी बातों पे भी तो कई लोग मचलते होंगेतुम्हारे लिए भी तो किया होगा मीलों का सफर किसीने
तुम्हारे बदन पे भी तो किसी ने बनाई होगी तस्वीरेंतुम्हें भी तो सम्भाला होगा किसीने
तुम्हारे लिए भी तो किसी ने गुज़ारी होंगी रातेंतुम्हारे लिए भी तो लिखी होंगी नज़्में किसीने
तुम्हारे लिए भी तो कोई गुनगुनाया होगातुम खुद को भी तो बेच सकते हो
शायद मिल जाए तुम्हारा भी कोई ख़रीददार शायरतुम कब तक उसको बेचते रहोगे
तुम्हारा भी तो होगा कोई मोल शायर